सबसे पहले मैं यह बात दूं कि यह कविता मेरी नहीं है। मेरे एक दोस्त ने मुझे भेजी है जिसे मैं बस आप सबके लिए लगा रहा हूं। पढि़ए और बताइए क्या वाकई दोस्ती ऐसी ही होती है जैसा इस कविता में कहा गया है।
दोस्ती पहली बारिश की बूंदों मैं है..
दोस्ती खिलते फूलों की खुशबू मैं है ..
दोस्ती ढलते सूरज की किरणों मैं है ..
दोस्ती हर नए दिन की उम्मीद है..
दोस्ती ख्वाब है, दोस्ती जीत है..
दोस्ती प्यार है, दोस्ती गीत है..
दोस्ती दो दिलों का संगीत है..
दोस्ती सांग चलती हवाओं मैं है..
दोस्ती इन बरसती घटाओं मैं है..
दोस्ती दोस्तों की वफाओं मैं है..
दोस्ती पहली बारिश की बूंदों मैं है..
दोस्ती खिलते फूलों की खुशबू मैं है ..
दोस्ती ढलते सूरज की किरणों मैं है ..
दोस्ती हर नए दिन की उम्मीद है..
दोस्ती ख्वाब है, दोस्ती जीत है..
दोस्ती प्यार है, दोस्ती गीत है..
दोस्ती दो दिलों का संगीत है..
दोस्ती सांग चलती हवाओं मैं है..
दोस्ती इन बरसती घटाओं मैं है..
दोस्ती दोस्तों की वफाओं मैं है..
Comments
घुघूती बासूती
Nice to hear from you. They say its the intentions, moral and spiritual conflicts that lead us to our purpose, our self-made destiny... Your tender self has the right beginnings and I wish you all the best in years to come. God bless...