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Showing posts from 2010

वह आसमां के पार जाना चाहती है किसी भी कीमत पर

वह बहुत तेजी से आसमां की बुलंदियों को छूना चाहती थी। किसी भी कीमत पर। वह उसमें कामयाब भी रही। लेकिन कीमत बड़ी ज्यादा थी। वह देश के सबसे तेज चैनल में सबसे अधिक प्रतिष्ठित एंकर है। लुटियन की दिल्ली से लेकर मुंबई तक उसका डंका बजता है। वह जब टीवी पर आती है तो देखने वाले देखते रह जाते हैं। उसकी आवाज में दम था। लेकिन आत्मा खोखली हो चुकी थी। वजह सिर्फ वह ही जानती थी लेकिन आज हम सब जान गए हैं। हर बारिश में वह रोती है। लेकिन बारिश है कि रुकने का नाम ही नहीं लेती है। कुछ सालों बाद कुछ दिनों पहले ही सुना कि उसने चैनल बदल लिया है। आजकल वह एक बिजनेस मैन के संग है। कीमत यहां भी चुकानी पड़ी। लेकिन पहले से कम। पहली बार कीमत बहुत ज्यादा थी सो अब कीमत का कोई मतलब नहीं है। लेकिन अब नहीं.. उसने जो चाहा, उसे मिला। कीमत पर। कीमत..हां कीमत। हमारे लिए वह कुछ भी हो सकता है लेकिन उसके लिए कीमत से अधिक कुछ नहीं है। वह अब दुबई में है। दुबई की गर्मी उसे खूब अच्छी लगती है। लेकिन बरसात उसे आज भी डराती है। बरसात से डरने की वजह उसने खुद पैदा की है। उसे अपने हिस् सा का आसमा मिल चुका है लेकिन वह अब आसमा के पार जाना चाह

अरावली की गोद में जीणमाता का लक्खी मेला

राजस्थान में अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में जीणमाता का लक्खी मेला नवरात्ना के घट स्थापना के साथ ही शुरू हो गया। इस बार बासन्ती नवरात्न का यह मेला घाट स्थापना के साथ 16 मार्च को प्रारम्भ हुआ जो 24 मार्च तक चलेगा। शेखावाटी के दो प्रमुख शक्ति पीठ स्थल है जहां हर वर्ष बासन्ती और शारदीय नवरात्नों में श्रद्घालुओं की भीड़ उमडती है। जीणमाता में इस अवसर पर लक्खी मेला भरता है। राजस्थान का शेखावाटी जनपद संतों, शूरमाओं और भामाशाहों की धरती के रूप में अपनी राष्ट्रीय पहचान रखता है। यह क्षेत्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक वैभव से भी अनुप्रणित है। शेखावाटी में अरावली का एक उच्चतम शिखर है, मालकेतु जहां से कहते है कि प्राचीनकाल में लोहार्गल, किरोडी, शाकम्भरी, शोभावती एवं संध्या नामक पांच धाराएं प्रकट हुई और कालान्तर में ये पांचों पवित्न स्थल के रूप में प्रतिस्थापित हो गए। सीकर से वाया उदयपुरवाटी होकर लगभग 55 किलोमीटर तथा वाया गोरिया होकर करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर शाकम्भरी शक्ति पीठ स्थित है। यह स्थान पहाड़ों, नाना प्रकार के फल-फूलों से लदे वृक्ष कुंजों, जल प्रपात एवं जल कुण्डों आदि के नयन प्रिय नैसर्गिक

अब राहुल की शादी क्या होगा?

भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन की हत्या के आरोपी उनके भाई प्रवीण महाजन की मौत के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्रमोद महाजन के बेटे राहुल महाजन की शादी होगी या नहीं? एक निजी चैनल पर इनदिनों राहुल का स्वयंबर चल रहा है। और छह मार्च को राहुल की शादी होनी है। लेकिन ऐनवक्त पर चाचा की मौत ने शादी पर सवालिया निशान लगा दिया है। सूत्रों का कहना है कि चैनल ने इस विषय में राहुल से बात की है। लेकिन इस पर राहुल का कोई जवाब नहीं आया है। राहुल को जानने वाले बताते हैं कि राहुल बहुत धार्मिक प्रवृत्ति के हैं। चाचा की मौत के बाद शादी के बारे में वे कोई फैसला जल्दबाजी में नहीं लेंगे। लेकिन दूसरी ओर, चैनल का भी उन पर काफी दबाव है। ऐसे में सबकी निगाह इस पर टिक गई है कि राहुल शादी के लिए हां करेंगे या नहीं?