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Showing posts from July, 2007

मुंबई का कड़वा सच

मुंबई या‍नि मायानगरी। मुंबई का नाम लेते ही हमारे जेहन में एक उस शहर की तस्‍वीर सामने आती हैं जहां हर रोज लाखों लोग अपने सपनों के संग आते हैं और फिर जी जान से जुट जाते हैं उन सपनों को साकार करने के लिए। मुंबई जानी जाती है कि हमेशा एक जागते हुए शहर में। वो शहर जो कभी नहीं सोता है, मुंबई सिर्फ जगमगाता ही है। लेकिन मुंबई में ही एक और भी दुनिया है जो कि हमें नहीं दिखती है। जी हां मैं बात कर रहा हूं बोरिवली के आसपास के जंगलों में रहने वाले उन आदिवासियों की जो कि पिछले दिनों राष्‍ट्रीय खबर में छाए रहे अपनी गरीबी और तंगहाली को लेकर। आप सोच रहे होंगे कि कंक्रीट के जंगलों में असली जंगल और आदिवासी। दिमाग पर अधिक जोर लगाने का प्रयास करना बेकार है। मुंबई के बोरिवली जहां राजीव गांधी के नाम पर एक राष्ट्रीय पार्क है। इस पार्क में कुछ आदिवासियों के गांव हैं, जो कि सैकड़ो सालों से इन जंगलों में हैं। आज पर्याप्‍त कमाई नहीं हो पाने के कारण इनके बच्‍चे कुपो‍षित हैं, महिलाओं की स्थिति भी कोई खास नहीं है। पार्क में आने वाले जो अपना झूठा खाना फेंक देते हैं, बच्‍चे उन्‍हें खा कर गुजारा कर लेते हैं। आदिवासी आदम

एक बार फिर से न्‍याय की जीत हुई

अंतत डॉक्‍टर हनीफ को छोड़ दिया गया। इसी के साथ एक बार फिर से न्‍याय की जीत हुई। लेकिन यह तमाशा है उन लोगों के लिए जो किसी एक विशेष धर्म और जाति को लेकर देश दुनिया में जहर फैलाते हैं। अक्‍सर जब भी आंत‍कवाद और आंतकवादियों की बात होती है तो सबसे पहले नाम इस्‍लाम और मुसलमानों का लिया जाता है। कहा जाता है कि हर आंतकवादी मुसलमान होता है। लेकिन इन नासमझों को कौन बताए कि आंतकवाद को किसी भी धर्म से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। यदि ऐसा किया गया तो प्रवीण्‍ा भाई तोगडिया की विहिप से लेकर मोदी की भाजपा तक आंतकवाद का एक उदाहरण होंगी। क्‍या हम बाबरी मस्जिद और गुजरात नरसंहार 2002 को भूला दें। जहां मुसलमानों के साथ हिन्‍दूओं का भी कत्‍लेआम हुआ था। भारत के पूर्वी हिस्‍से से लेकर दक्षिण तक जो चल रहा है उसमें मुसलमान तो नहीं हैं। क्‍या हम लिटटे को भूल गए हैं। क्‍या हम उल्‍फा को भूल गए हैं। भारत की इं‍दिरा गांधी और राजीव गांधी को मारने वाले मुसलमान नहीं थे। गांधी बाबा की हत्‍या को हम कैसे भूल सकते है। इसमें कहीं भी इस्‍लाम और मुसलमान नहीं थे। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि हनीफ को आस्‍ट्रेलिया पु