खबर हैं कि दिबांग (यदि आप दिबांग को नहीं जानते हैं तो यह खबर आपके लिए नही हैं) इन दिनों लंबी छुट्टी पर हैं और जल्दी ही सबसे तेज चैनल आजतक मे कदम रखने वाले हैं। खबर कितनी सच हैं अभी यह कहना सही नहीं होगा लेकिन देल्ही और बोम्बे के मीडिया जगत मे यह चर्चा आम है। कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि दिबांग को एनडीटीवी से हटा दिया गया हैं। जिसके बाद वोह लंबी छुट्टी पर चले गए हैं। लेकिन इस संभावना से इंकार नही किया जा सकता हैं कि उन्होने आजतक का साथ पकड़ लिया हो।
समझ में नहीं आ रहा कि शुरुआत क्हां से और कैसे करुं। लेकिन शुरुआत तो करनी होगी। मुंबई में दो साल हो गए हैं और अब इस शहर को छोड़कर जाना पड़ रहा है। यह मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है कि मैं जहां भी रहता हूं उसके मोह में बंध जाता हूं। बनारस से राजस्थान आते भी ऐसा ही कुछ महसूस हुआ था। फिर जयपुर से भोपाल जाते हुए दिल को तकलीफ हुई थी। इसके बाद भोपाल से मुंबई आते हुए भोपाल और दोस्तों को छोड़ते हुए डर लग रहा था। और आज मुंबई छोड़ते हुए अच्छा नहीं लग रहा है। मैं बार बार लिखता रहा हूं कि मुंबई मेरा दूसरा प्यार है। और किसी भी प्यार को छोडते हुए विरह की अग्नि में जलना बड़ा कष्टदायक होता है। इस शहर ने मुझे बहुत कुछ दिया। इस शहर से मुझे एक अस्तिव मिला। कुछ वक्त उसके साथ गुजारने का मौका मिला, जिसके साथ मैने सोचा भी नहीं था। मुंबई पर कई लेख लिखते वक्त इस शहरों को पूरी तरह मैने जिया है। लेकिन अब छोड़कर जाना पड़ रहा है। बचपन से लेकर अब तक कई शहरों में जिंदगी बसर करने का मौका मिला। लेकिन बनारस और मुंबई ही दो ऐसे शहर हैं जो मेरे मिजाज से मेल खाते हैं। बाकी शहरों में थोड़ी सी बोरियत होती है लेकिन यहां ऐसा
Comments
aur ek sach ye bhi hai ki na to journalist ke hatne se chanel ya akhbaar band hote hain, aur na hi akhbar ya chanel se nikale jane wale journalist bhookho marte hain.
agar aap ki khabar sahi hai, to dibang ko dhero shubhkamnaye.aur jald hi hame dibang ko NDTV ki jagah AAJ TAK par dekhne ki aadat bhi ho jaegi.