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ब्‍लॉग की दुनिया में एक और ब्‍लॉगर

मेरे एक और दोस्‍त ने आखिरकार ब्‍लॉग की दुनिया में कदम रख ही दिया। कानपुर के बिंदकी नामक कस्‍बे के निवासी नमित से मेरी दोस्‍ती कालेज के जमाने की है। नमित फिलहाल छत्‍तीसगढ़ भास्‍कर में कार्यरत हैं। नमित और मैने एक साथ माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्‍थान से मास्‍टर डिग्री हासिल की है। दोस्‍तों की मंडली में ददा के नाम से प्रसिद्व नमित के ब्‍लॉग का लिंक यहां है। आप सभी से निवदेन है ब्‍लॉग की इस दुनिया में उसका स्‍वागत करें।

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चलो रायपुर के पत्रकार भी अब ब्लॉगजगत पर अपनी आमद दिखाने लगे, गुड है जी
स्वागत है भाई।

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बाघों की मौत के लिए फिर मोदी होंगे जिम्मेदार?

आशीष महर्षि  सतपुड़ा से लेकर रणथंभौर के जंगलों से बुरी खबर आ रही है। आखिर जिस बात का डर था, वही हुआ। इतिहास में पहली बार मानसून में भी बाघों के घरों में इंसान टूरिस्ट के रुप में दखल देंगे। ये सब सिर्फ ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए सरकारें कर रही हैं। मप्र से लेकर राजस्थान तक की भाजपा सरकार जंगलों से ज्यादा से ज्यादा कमाई करना चाहती है। इन्हें न तो जंगलों की चिंता है और न ही बाघ की। खबर है कि रणथंभौर के नेशनल पार्क को अब साल भर के लिए खोल दिया जाएगा। इसी तरह सतपुड़ा के जंगलों में स्थित मड़ई में मानसून में भी बफर जोन में टूरिस्ट जा सकेंगे।  जब राजस्थान के ही सरिस्का से बाघों के पूरी तरह गायब होने की खबर आई थी तो तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरिस्का पहुंच गए थे। लेकिन क्या आपको याद है कि देश के वजीरेआजम मोदी या राजस्थान की मुखिया वसुंधरा या फिर मप्र के सीएम शिवराज ने कभी भी बाघों के लिए दो शब्द भी बोला हो? लेकिन उनकी सरकारें लगातार एक के बाद एक ऐसे फैसले करती जा रही हैं, जिससे बाघों के अस्तिव के सामने खतरा मंडरा रहा है। चूंकि सरकारें आंकड़ों की बाजीगरी में उ...

मेरे लिए पत्रकारिता की पाठशाला हैं पी साईनाथ

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मेरे ख्‍याल से वाह मनी पहला भारतीय ब्‍लॉग होगा जिसे पत्रकारों की जरुरत है और मीडिया हाउस की तरह वेकेंसी दी है। हालांकि, मांगे गए केवल दो पत्रकार ही हैं लेकिन यह शुरूआती कदम अच्‍छा कहा जा सकता है। इसे ब्‍लॉग का व्‍यावसायिकरण भी माना जा सकता है और यह तो तय होगा ही कि ब्‍लॉग के माध्‍यम से वाह मनी पैसे अर्जित कर रहा होगा या फिर उनकी ऐसी योजना होगी अन्‍यथा अकेले ही लेखन न कर लेते। तक मुझे जानकारी मिली है वाह मनी कुछ एजेंसियों से कंटेट खरीदने का करार करने जा रहा है और मुंबई में अपने सेटअप को बढ़ा रहा है। इस ब्‍लॉग पर सालाना निवेश केवल कंटेट को लेकर ही दो लाख रुपए खर्च करने तक की योजना है। इसके अलावा तकनीकी और स्‍टॉफ पर लागत अलग बैठेगी। इसी साल फरवरी में शुरू हुआ यह ब्‍लॉग काफी कम समय यानी साढ़े सात महीने में ही वह सफलता हासिल करने जा रहा है, जहां वह वेतन पर पत्रकार रखना चाहता है जबकि अनेक पुराने ब्‍लॉग यह अब तक नहीं कर पाए। हालांकि, इस ब्‍लॉग पर विज्ञापन नहीं है लेकिन निवेश सलाह से आय अर्जित करने की जानकारी हाथ लगी है। देश में जिस तरह से हिन्‍दी ब्लॉग की संख्‍या बढ़ रही है, वो काफी शुभ संके...