दोस्तों कुछ व्यक्तिगत काम से जयपुर और दिल्ली जाना हो रहा हैं. जिसके कारण अगले कई दिनों तक ब्लाग से दूर रहना पड़ेगा तो सोच रहा हूँ कि कैसे रहूंगा? वैसे मैंने खुद ही तय किया है की अगले कुछ दिन मुझे काम काज से थोड़ा दूर ही रहना है और ब्लाग को तो हाथ नहीं लगाना है. बात अब केवल मेल या फोन के द्वारा ही हो पायेगी. दिल्ली के ब्लागर आए दिन मीटिंग करते रहते हैं। लेकिन जयपुर में ब्लागरों की तादाद काफी कम है तो दिमाग मे एक ख्याल आ रहा है की क्यों नही समय का थोड़ा सा सदप्रयोग करते हुई जयपुर यानी मेरे अपने शहर के ब्लागरों से एक मुलाकात की राजीव जी और नीलिमा जी हैं। राजीव भाई क्या बोलते हो आप?
वाकई ब्लाग भी किसी नशे से कम नहीं हैं। इसी ब्लाग ने कुछ दोस्त दिए तो ऐसे लोगों से भी जान पहचान हुई जो अपने अपने स्तर पर कुछ न कुछ कर रहे हैं इस देश के लिए और समाज के लिए। पत्रकारिता को लेकर आए दिन ब्लाग पर ख़ूब सारे लेख मिल जाते हैं. और तो और हर मुद्दे पर लोगों की राय जानना मेरे जैसे पत्रकार के लिए तो किसी वरदान से काम नहीं हैं. ब्लाग ही है जहाँ मुझे रविश जी, ओम थानवी जी, संजय जी, यशवंत जी, अंकित जी, राजीव जी से लेकर विनय जी तक से मेरी जान पहचान हूँ. वाकई ब्लाग की महिमा अपरम पार है. चलिए अब बहुत हुआ अब थोड़ा काम किया जाए. मेरा फ़ोन न. है ९८६७५-७५१७६
वाकई ब्लाग भी किसी नशे से कम नहीं हैं। इसी ब्लाग ने कुछ दोस्त दिए तो ऐसे लोगों से भी जान पहचान हुई जो अपने अपने स्तर पर कुछ न कुछ कर रहे हैं इस देश के लिए और समाज के लिए। पत्रकारिता को लेकर आए दिन ब्लाग पर ख़ूब सारे लेख मिल जाते हैं. और तो और हर मुद्दे पर लोगों की राय जानना मेरे जैसे पत्रकार के लिए तो किसी वरदान से काम नहीं हैं. ब्लाग ही है जहाँ मुझे रविश जी, ओम थानवी जी, संजय जी, यशवंत जी, अंकित जी, राजीव जी से लेकर विनय जी तक से मेरी जान पहचान हूँ. वाकई ब्लाग की महिमा अपरम पार है. चलिए अब बहुत हुआ अब थोड़ा काम किया जाए. मेरा फ़ोन न. है ९८६७५-७५१७६
Comments
-नीलिमा
आपसे मिलने को बेताब हैं