मेरे ख्याल से वाह मनी पहला भारतीय ब्लॉग होगा जिसे पत्रकारों की जरुरत है और मीडिया हाउस की तरह वेकेंसी दी है। हालांकि, मांगे गए केवल दो पत्रकार ही हैं लेकिन यह शुरूआती कदम अच्छा कहा जा सकता है। इसे ब्लॉग का व्यावसायिकरण भी माना जा सकता है और यह तो तय होगा ही कि ब्लॉग के माध्यम से वाह मनी पैसे अर्जित कर रहा होगा या फिर उनकी ऐसी योजना होगी अन्यथा अकेले ही लेखन न कर लेते।
तक मुझे जानकारी मिली है वाह मनी कुछ एजेंसियों से कंटेट खरीदने का करार करने जा रहा है और मुंबई में अपने सेटअप को बढ़ा रहा है। इस ब्लॉग पर सालाना निवेश केवल कंटेट को लेकर ही दो लाख रुपए खर्च करने तक की योजना है। इसके अलावा तकनीकी और स्टॉफ पर लागत अलग बैठेगी। इसी साल फरवरी में शुरू हुआ यह ब्लॉग काफी कम समय यानी साढ़े सात महीने में ही वह सफलता हासिल करने जा रहा है, जहां वह वेतन पर पत्रकार रखना चाहता है जबकि अनेक पुराने ब्लॉग यह अब तक नहीं कर पाए। हालांकि, इस ब्लॉग पर विज्ञापन नहीं है लेकिन निवेश सलाह से आय अर्जित करने की जानकारी हाथ लगी है।
देश में जिस तरह से हिन्दी ब्लॉग की संख्या बढ़ रही है, वो काफी शुभ संकेत हैं। खासतौर पर हमारे जैसे युवा पत्रकारों के लिए। अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें।
तक मुझे जानकारी मिली है वाह मनी कुछ एजेंसियों से कंटेट खरीदने का करार करने जा रहा है और मुंबई में अपने सेटअप को बढ़ा रहा है। इस ब्लॉग पर सालाना निवेश केवल कंटेट को लेकर ही दो लाख रुपए खर्च करने तक की योजना है। इसके अलावा तकनीकी और स्टॉफ पर लागत अलग बैठेगी। इसी साल फरवरी में शुरू हुआ यह ब्लॉग काफी कम समय यानी साढ़े सात महीने में ही वह सफलता हासिल करने जा रहा है, जहां वह वेतन पर पत्रकार रखना चाहता है जबकि अनेक पुराने ब्लॉग यह अब तक नहीं कर पाए। हालांकि, इस ब्लॉग पर विज्ञापन नहीं है लेकिन निवेश सलाह से आय अर्जित करने की जानकारी हाथ लगी है।
देश में जिस तरह से हिन्दी ब्लॉग की संख्या बढ़ रही है, वो काफी शुभ संकेत हैं। खासतौर पर हमारे जैसे युवा पत्रकारों के लिए। अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़ें।
Comments
आपके ब्लॉग पर वाह मनी के बारे में लिखा देखा। यह सच है कि वाह मनी अब वेतन पर पत्रकारों की नियुक्ति करने जा रहा है। हम शुरूआत दो पत्रकारों से कर रहे हैं लेकिन भविष्य में यह संख्या बढ़ती जाएगी। आपने हमारे बजट के बारे में जिक्र किया है। हम आपको बताना चाहेंगे कि वाह मनी ब्लॉग का चालू वित्त वर्ष में बजट ढाई लाख रुपए के करीब है जिसे साल दर साल बढ़ाया जाएगा। हालांकि, इस समय हम हमारे आय स्त्रोत पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। कमल शर्मा
jay ho......
हिन्दी चिट्ठे और हिन्दी वेबसाइट की संख्या बढ़ती जा रही |
आज कल काफी कम्पनियाँ भी हिन्दी टूल्स लॉन्च कर रही है |
http://www.google.com/transliterate/indic/ का तोह पता ही है | इस टूल की वजह से हिन्दी लिखना इतना आसान हो गया है की कोई भी आम आदमी आराम से हिन्दी लिख सकता है |
ओरकुट ने भी हिन्दी का सपोर्ट दिया है |
गोस्ताट्स नमक कंपनी ने भी एक ट्राफिक परिसंख्यान टूल हिन्दी मे लॉन्च किया है जिसके इस्तेमाल से आपको ट्रैफिक रिपोर्ट्स हिन्दी में मिलती है |
http://gostats.in
इससे जाना जा सकता है की हिन्दी का भविष्य इन्टरनेट पे बहुत अच्छा है